Steroids body k liye sahi h ki nhi

स्टेरॉइड के 15 साइड डफेक्ट

स्टेराइड के इस्तेमाल के कई गंभीर साइड इफेक्ट हैं। इससे मौत तक हो सकती है। यह आदमी को पूरी तरह से नपुंसक बना सकता है। यह चेहरे को मुंहासों से भर सकता है और आपको बेहद गुस्सैल भी बना सकता है। शरीर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं है जहां इसके नुकसान पहुंचाने की संभावना नहीं हो। इसलिए कभी कोई डॉक्टर इसे लेने की सलाह नहीं देता। इसीलिए दुनियाभर में इसकी खुली बिक्री पर बैन लगा हुआ है और इसीलिए जब कोई शख्स हड्डियों से जुडी परेशानी लेकर डॉक्टर के पास जाता है तो वो उससे यह जरूर पूछते हैं कि कभी स्टेरॉइड (steroids) लिया था या नहीं।

160x600

मर्दों के हार्मोन सिस्टम पर पड़ने वाला असर – नपुंसकता, महिलाओं जैस छाती
अंडकोषों (टेस्टिल्स) का सिकुड़ना, गंजापनमहिलाओं के र्हामोन सिस्‍टम पर पड़ने वाले असर – शरीर के बालों में भारी बढ़ोतरी, मर्दों वाला गंजापन, क्लिट का बड़ा हो जाना, आवाज भारी हो जाना।शरीर के ढांचे पर – बौनापन (अगर छोटी उम्र और छोटे कद में ही कोई लेने लगे तो), स्नायु (टेंडन) का टूट जाना, हड्डियों का भुरभुरा होना, कूल्हों का खत्म हो जानाकार्डियोवस्कुलर सिस्टम पर – अच्‍छे वाले फैट में कमी और शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फैट में बढ़ोत्‍तरी, नसों का संकरा हो जाना, दिल का दौरा, दिल के चार हिस्सों में एक जो कि नीचे की ओर बाईं तरफ होता है, उसका आकार बढ़ जानालिवर को होने वाले नुकासन – कैंसर, ट्यूमर, खून से भरी छोटी छोटी गांठें/दाने, पीलिया, लिवर का बढ़ जानात्वचा को नुकसान – मुहांसे और गांठें, सिर की त्चचा का ऑइली होना, पीठ पर ढेर सारे लाल रंग के दाने निकल जानामनोवैज्ञानिक प्रभाव – गुस्सा बढ़ना और स्टेरॉइड का आदी बन जाना।ओरल स्टेराइड के साइड इफेक्ट्स – कई मायनों में खाने वाला स्‍टेरॉइड इंजेक्शन के मुकाबले और नुकसान देता है जैसे धुंधला दिखाई देना, सोने में दिक्कत, बेचैनी, हाई ब्लड प्रेशर,भूख का बहुत ज्यादा बढ़ जाना, बॉडी की इम्‍यून पावर कम हो जाना, मसल्स का कमजोर होना, अचानक मूड बदल जाना, ऑस्टियोपोरोसिस, सूजा हुआ मोटा मोटा सा चेहरा,शरीर में पानी इकट्ठा हो जाना, डायबिटीज हो जाना व उसका बिगड़ जाना, पेट का फूल जाना और उसमें परेशानियां पैदा होना, पेट में लगातार जलन महसूस होनाहार्मोन सिस्टम और नपुंसकता –हमारा शरीर अपनी बढ़ोतरी के लिए खुद हार्मोन पैदा करता है। जब हम बाहर से हार्मोन लेने लगते हैं तो हमारे शरीर के हार्मोन का उत्पादन प्रभावित होता है। कभी कभी यह इस हद तक प्रभावित हो जाता है कि फिर अपनी पटरी पर पूरी जिंदगी नहीं लौट पाता। कुछ चीजें वापस ठीक हो जाती हैं मगर वो भी वही ठीक कर पाते हैं जो जानते हैं कि स्टेरॉइड लेने के बाद क्या करना है। आंखें मूंद कर इनका इस्तेमाल करने वाले तो बस भगवान भरोसे होते हैं। स्टेरॉइड (steroids) हमारे टेस्टिल्स (अंडकोष) को सिकोड़ देता है। इससे स्पर्म काउंट गिर जाता है। सही वक्त पर अगर पीसीटी कर ली जाए तो यह दुरुस्त हो जाता है वरना आदमी नपुंसक हो जाता है। इसके अलावा गंजापन, औरतों जैसी छाती की समस्या भी खड़ी हो जाती है।लिवर का हालत खराब कर देता है –हमारे शरीर के इस अंग की यह खासियत होती है कि बहुत कुछ झेल लेने के बाद भी यह रिकवर करने की ताकत रखता है। मगर उसके लिए इसे वक्त देना जरूरी होता है। ओरल स्टेरॉइड (steroids) सीधे सबसे पहले लिवर पर हमला करता है। स्टेरॉइड से लिवर का कैंसर हो सकता है और उसमें छोटी छोटी खून भरी गाठें बन सकती हैं, जिनके फटने का खतरा भी होता है। लगातार स्टेराइड लेने वाले लोग अपने लीवर को बेहद गंभीर जोन में डाल देते हैं। स्‍टेरॉइड के चलते मौत हो गई। दिल के लिए खतरा – स्टेरॉइड (steroids) के चलते 30 साल के युवा खिलाड़ियों को भी दिल का दौरा पड़ने की खबरें आ चुकी हैं। इसके चलते खून ले जान वाली नलियों चर्बी जमा होने लगती है इसके चलते खून का फ्लो प्रभावित हो जाता है। स्टेरॉइड, खासतौर पर मुंह से लिया जाने वाला स्टेरॉइड लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) का स्तर बढ़ा देता है और हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एचडीएल) का स्तर गिरा देता है। इसी के चलते धमनियों में फैट जमा होने लगता है जो दिल के लिए बड़ा खतरा बनता है।त्वचा को होने वाला नुकसान – स्टेरॉइड (steroids) की वजह से कई बार हार्मोन का लेवल ऐसा बिगड़ता है कि चेहरे और बदन, खासकर पीठ पर लाल रंग के ढेरों दाने हो जाते हैं। एक बार ये चेहरे पर पैदा हो गए तो फिर बड़ा वक्त लग जाता है इनके हटने में। लड़कियों के शरीर पर सिर के अलावा बाल बढ़ने लगते हैं। मूंछें तक उग जाती हैं। सिर की त्वचा बहुत ऑइली हो जाती है, जिससे गंदगी बढ़ती और रूसी होने लगती है। रूसी के चलते बाल झड़ने लगते हैं।मनोवैज्ञानिक प्रभाव- स्टेरॉइड (steroids) खासकर टेस्टोस्टेरोन (testosterone) की हाई डोज आदमी को गुस्सैल बना देती है। इसके असर को लेकर कुछ अध्ययन बताते हैं कि इसके चलते चिड़चिड़ापन और गुस्सा बढ़ जाता है। कुछ स्टेरॉइड लेने वालों ने यह बात स्वीकार की है कि उन्होंने इस दौरान गाली गलौज से लेकर हाथापाई तक की। कुछ लोगों ने संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया। यह हार्मोन में बदलाव से जुड़ा हुआ है। वैसे भी टेस्टोस्टेरोन को मर्दाना हार्मोन कहा जाता है जो पुरुषों में भारी आवाज और मर्दाना व्यवहार के लिए भी जिम्मेदार होता है। इसे लेने के बाद महिलाओं का व्यवहार मर्दाना हो जाता है।शरीर के ढांचे पर – अगर कम उम्र और कम हाइट वाला कोई बालक इसे इस्तेमाल करने लगे तो उसकी हाइट पर फर्क पड़ सकता है। हालांकि ऐसी स्टडी कम ही हुई हैं। मगर यह हड्डियों पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है। इससे हड्डियां खुरने लगती हैं। अक्सर इसे कूल्हे पर लगाया जाता है इसलिए यह उन पर बहुत बुरा असर डालता है। कई बार तो हिप रिप्लेसमेंट तक की नौबत आ जाती है।आदत बन जाता है – स्टेरॉइड कोई नशा नहीं होता मगर यह लत भी बन जाता है। अगर आपने एक बार इसे लिया तो आप इसे दोबारा लेंगे। जो नतीजे कोई डाइट या कोई दवा नहीं दे पाती वो स्टेरॉइड दे देता है। इसलिए लोग बार बार इसका इस्तेमाल करते हैं। एक दो बार इस्तेमाल करने के बाद उनका डर भी निकल जाता है। अलग दिखने की चाहत में लोग इसके साइड इफेक्ट्स को इग्नोर कर देते हैं।

कौन बचा सकता है इससे – स्टेरॉइड के नुकसान से पूरी तरह बच पाना मुमकिन नहीं है पर हां पीसीटी (pct) करने से इसके खतरों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

 

Comments

Popular posts from this blog

Virat kohli kon h

Chewing k fayde